श्वेत प्रदर: कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
परिचय
श्वेत प्रदर (Leucorrhoea) एक ऐसी स्थिति है जिसमें योनि से असामान्य मात्रा में सफेद रंग का स्राव होता है। यह स्राव योनि में मौजूद श्लेष्म ग्रंथियों द्वारा स्रावित होता है। श्वेत प्रदर एक सामान्य स्थिति है और कई महिलाओं को कभी न कभी इसका अनुभव होता है। हालांकि, यदि श्वेत प्रदर लगातार होता है या इसके साथ अन्य लक्षण भी होते हैं, तो यह किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकता है।
श्वेत प्रदर के लक्षण (Symptoms)
- योनि से सफेद रंग का स्राव: श्वेत प्रदर का प्रमुख लक्षण है योनि से सफेद रंग का स्राव।
- स्राव में वृद्धि: स्राव की मात्रा में वृद्धि हो सकती है, जो इस स्थिति को बढ़ा सकता है।
- गाढ़ापन या पतलापन: स्राव में गाढ़ापन या पतलापन भी हो सकता है।
- बदबू आना: यदि स्राव में बदबू आती है, तो यह एक लक्षण हो सकता है।
- योनि में खुजली या जलन: श्वेत प्रदर के साथ योनि में खुजली या जलन का अहसास हो सकता है।
- पेशाब करते समय जलन: पेशाब करते समय भी जलन हो सकती है।
- दर्दनाक संभोग: श्वेत प्रदर के लक्षणों में दर्दनाक संभोग भी शामिल हो सकता है।
श्वेत प्रदर के कारण
श्वेत प्रदर के कुछ सामान्य कारण शामिल हैं:-
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- हार्मोनल परिवर्तन: यह महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों के कारण हो सकता है, जैसे कि गर्भावस्था, मासिक धर्म के समय, या हॉर्मोनल बिगड़ाव।
- इंफेक्शन: योनि में इंफेक्शन होने पर भी श्वेत प्रदर हो सकता है।
- योनि के प्रदर मार्ग में किसी प्रकार की ब्लॉकेज: यह भी एक कारण हो सकता है।
- अन्य कारण: यह समस्या किसी और स्वास्थ्य समस्या के लक्षण भी हो सकती है, जैसे कि डायबिटीज, किडनी समस्याएं, या गर्भाशय के अंदरीय संग्रहण की समस्या।
श्वेत प्रदर का उपचार:
- श्वेत प्रदर के कारण के अनुसार उपचार किया जाता है।
- संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स और एंटीफंगल दवाएं दी जा सकती हैं।
- अन्य चिकित्सा स्थितियों के लिए उपचार के रूप में दवाएं और कभी-कभी सर्जरी भी की जा सकती है।
श्वेत प्रदर से बचाव के घरेलू नुस्खें
- स्वेत प्रदर होने पर दो केले खाकर दूध में दो चम्मच शहद मिलाकर पिएं
- केले के पत्तों को पीसकर छानकर उसमें दूध मिलाकर खीर की तरह बनाकर खाएं
- छह ग्राम शहद में तीन ग्राम आंवले का चूर्ण मिलाकर नित्य एक बार 30 दिनों तक खाने से भी इस रोग में बहुत लाभ होता है
- 300 ग्राम गाजर के रस में 100 ग्राम चुकंदर का रस मिलाकर पिएं
- सिंघाड़े का आटे का हलवा बनाकर खाने से भी लाभ होता है
- 1/4 ग्राम पीसी फिटकिरी को ताजा पानी के साथ नित्य एक बार खाये
- भुने चने पीसकर उनमें कौन है मिलाकर खाएं ऊपर से दूध में देसी घी डालकर पिएं
- 100 ग्राम कुलथी को एक किलोग्राम पानी में उबालकर छानकर नित्य एक बार पियें
- फिटकिरी को पानी में घोलकर योनी में सुबह शाम पिचकारी दे
- 10 ग्राम सोंठ को 250 ग्राम पानी में उबालें एक चौथाई पानी शेष रह जाने पर इसे छानकर पिएँ ऐसे खुराक का सेवन नित्य करने से दो सप्ताह में ही श्वेत प्रदर ठीक हो जाता है
- चार ग्राम तुलसी के रस में आधा चम्मच पिसा जीरा मिलाकर गाय के दूध के साथ लें
श्वेत प्रदर से बचाव:
- नियमित रूप से योनि की सफाई
- असुरक्षित यौन संबंध से बचाव
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब से बचाव
- स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम
यदि आपको श्वेत प्रदर के लक्षण हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपको सही निदान और उपचार के लिए मार्गदर्शन करेंगे।