दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर : दिल की बेहतरीन शायरी का मर्म
दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर, इंसान के दिल की गहराइयों को व्यक्त करने का सबसे खूबसूरत माध्यम है। यह वह शब्द हैं जो हमारे दिल के हर कोने को छूते हैं और हमारे अंदर छिपे जज़्बातों को दुनिया के सामने लाते हैं। दिल पर शेर सिर्फ शब्द नहीं होते, ये वह एहसास होते हैं जो कभी खुशी में, कभी दर्द में, और कभी तन्हाई में हमारे साथ होते हैं।
दिल, इंसानी जज़्बातों का वह केंद्र है जहां से हर एहसास की लहर उठती है। प्रेम, दुःख, खुशी, तन्हाई, और ख्वाहिशों का मेल इसी दिल से होता है। शायरी, इस दिल के एहसासों को बयां करने का सबसे बेहतरीन जरिया है। दिल पर लिखी गई शायरी इंसान के हर एहसास को ज़ुबां देती है।
दिल की शायरी: जज़्बातों का एक सागर
दिल की शायरी, उर्दू और हिंदी साहित्य का वह महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमारी भावनाओं को एक खूबसूरत रूप में प्रस्तुत करती है। जब हम दिल की शायरी पढ़ते हैं, तो हमें ऐसा महसूस होता है कि शायर ने हमारे दिल की ही बात कही है। इस शायरी में दिल की हालत, उसकी तड़प, उसकी ख्वाहिशें और उसकी उदासी सब कुछ एक जगह समाहित होती हैं।
दिल पर लिखी गई शायरी या शेर, एक ऐसा माध्यम है जो हमारे दिल की आवाज़ को शब्दों में बयां करता है।
दिल ना–उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है
लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है
♥♥♥♥फ़ैज़ अहमद फ़ैज़♥♥♥♥
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
♥♥♥♥फ़ैज़ अहमद फ़ैज़♥♥♥♥
जानता है कि वो न आएँगे
फिर भी मसरूफ़–ए–इंतिज़ार है दिल
♥♥♥♥फ़ैज़ अहमद फ़ैज़♥♥♥♥
कब ठहरेगा दर्द ऐ दिल कब रात बसर होगी
सुनते थे वो आएँगे सुनते थे सहर होगी
♥♥♥♥फ़ैज़ अहमद फ़ैज़♥♥♥♥
आप की याद आती रही रात भर
चाँदनी दिल दुखाती रही रात भर
♥♥♥♥फ़ैज़ अहमद फ़ैज़♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
ज़िंदगी किस तरह बसर होगी
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में
♥♥♥♥जौन एलिया♥♥♥♥
कौन इस घर की देख–भाल करे
रोज़ इक चीज़ टूट जाती है
♥♥♥♥जौन एलिया♥♥♥♥
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दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते
अब कोई शिकवा हम नहीं करते
♥♥♥♥जौन एलिया♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं
उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में
♥♥♥♥बशीर बद्र♥♥♥♥
हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं
दिल हमेशा उदास रहता है
♥♥♥♥बशीर बद्र♥♥♥♥
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली
♥♥♥♥बशीर बद्र♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिल आबाद कहाँ रह पाए उस की याद भुला देने से
कमरा वीराँ हो जाता है इक तस्वीर हटा देने से
♥♥♥♥जलील ’आली’♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
आप पहलू में जो बैठें तो सँभल कर बैठें
दिल–ए–बेताब को आदत है मचल जाने की
♥♥♥♥जलील मानिकपूरी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
तुम ज़माने की राह से आए
वर्ना सीधा था रास्ता दिल का
♥♥♥♥बाक़ी सिद्दीक़ी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका
मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया
♥♥♥♥जिगर मुरादाबादी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ या रब
क्या लुत्फ़ अंजुमन का जब दिल ही बुझ गया हो
♥♥♥♥अल्लामा इक़बाल♥♥♥♥
फ़क़त निगाह से होता है फ़ैसला दिल का
न हो निगाह में शोख़ी तो दिलबरी क्या है
♥♥♥♥अल्लामा इक़बाल♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
मैं हूँ दिल है तन्हाई है
तुम भी होते अच्छा होता
♥♥♥♥फ़िराक़ गोरखपुरी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
शाम भी थी धुआँ धुआँ हुस्न भी था उदास उदास
दिल को कई कहानियाँ याद सी आ के रह गईं
♥♥♥♥फ़िराक़ गोरखपुरी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
मोहब्बत रंग दे जाती है जब दिल दिल से मिलता है
मगर मुश्किल तो ये है दिल बड़ी मुश्किल से मिलता है
♥♥♥♥जलील मानिकपूरी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है
आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है
♥♥♥♥इफ़्तिख़ार आरिफ़♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं
दोस्तों की मेहरबानी चाहिए
♥♥♥♥अब्दुल हमीद अदम♥♥♥♥
कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी
दिल को ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी
♥♥♥♥परवीन शाकिर♥♥♥♥
दिल भी पागल है कि उस शख़्स से वाबस्ता है
जो किसी और का होने दे न अपना रक्खे
♥♥♥♥अहमद फ़राज़♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिया ख़ामोश है लेकिन किसी का दिल तो जलता है
चले आओ जहाँ तक रौशनी मा‘लूम होती है
♥♥♥♥नुशूर वाहिदी♥♥♥♥
जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई
दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई
♥♥♥♥शकील बदायूनी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से
इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से
♥♥♥♥महताब राय ताबां♥♥♥♥
आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें
हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं
♥♥♥♥साहिर लुधियानवी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
बुत–ख़ाना तोड़ डालिए मस्जिद को ढाइए
दिल को न तोड़िए ये ख़ुदा का मक़ाम है
♥♥♥♥हैदर अली आतिश♥♥♥♥
मेरी क़िस्मत में ग़म गर इतना था
दिल भी या–रब कई दिए होते
♥♥♥♥मिर्ज़ा ग़ालिब♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिल की वीरानी का क्या मज़कूर है
ये नगर सौ मर्तबा लूटा गया
♥♥♥♥मीर तक़ी मीर♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
उल्फ़त में बराबर है वफ़ा हो कि जफ़ा हो
हर बात में लज़्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो
♥♥♥♥अमीर मीनाई♥♥♥♥
मुद्दत के ब‘अद आज उसे देख कर ‘मुनीर‘
इक बार दिल तो धड़का मगर फिर सँभल गया
♥♥♥♥मुनीर नियाज़ी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
दिल पे आए हुए इल्ज़ाम से पहचानते हैं
लोग अब मुझ को तिरे नाम से पहचानते हैं
♥♥♥♥क़तील शिफ़ाई♥♥♥♥
आरज़ू तेरी बरक़रार रहे
दिल का क्या है रहा रहा न रहा
♥♥♥♥हसरत मोहानी♥♥♥♥
इन हसरतों से कह दो कहीं और जा बसें
इतनी जगह कहाँ है दिल–ए–दाग़–दार में
♥♥♥♥बहादुर शाह ज़फ़र♥♥♥♥
होशियारी दिल–ए–नादान बहुत करता है
रंज कम सहता है एलान बहुत करता है
♥♥♥♥इरफ़ान सिद्दीक़ी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही
दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही
♥♥♥♥जलाल लखनवी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
अदा से देख लो जाता रहे गिला दिल का
बस इक निगाह पे ठहरा है फ़ैसला दिल का
♥♥♥♥असद अली ख़ान क़लक़♥♥♥♥
आग़ाज़–ए–मोहब्बत का अंजाम बस इतना है
जब दिल में तमन्ना थी अब दिल ही तमन्ना है
♥♥♥♥जिगर मुरादाबादी♥♥♥♥
दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलती
ख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती
♥♥♥♥निदा फ़ाज़ली♥♥♥♥
दिल है कि तिरी याद से ख़ाली नहीं रहता
शायद ही कभी मैं ने तुझे याद किया हो
♥♥♥♥ज़ेब ग़ौरी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
उन्हें अपने दिल की ख़बरें मिरे दिल से मिल रही हैं
मैं जो उन से रूठ जाऊँ तो पयाम तक न पहुँचे
♥♥♥♥शकील बदायूनी♥♥♥♥
हम को न मिल सका तो फ़क़त इक सुकून–ए–दिल
ऐ ज़िंदगी वगर्ना ज़माने में क्या न था
♥♥♥♥आज़ाद अंसारी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
आदमी आदमी से मिलता है
दिल मगर कम किसी से मिलता है
♥♥♥♥जिगर मुरादाबादी♥♥♥♥
दिल ले के मुफ़्त कहते हैं कुछ काम का नहीं
उल्टी शिकायतें हुईं एहसान तो गया
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
जिन को अपनी ख़बर नहीं अब तक
वो मिरे दिल का राज़ क्या जानें
♥♥♥♥दाग़ देहलवी♥♥♥♥
दिल दे तो इस मिज़ाज का परवरदिगार दे
जो रंज की घड़ी भी ख़ुशी से गुज़ार दे
♥♥♥♥दाग़ देहलवी♥♥♥♥
♥♥♥♥ दिल पर बेहतरीन शायरी या दिल पर शेर ♥♥♥♥
तुम्हारा दिल मिरे दिल के बराबर हो नहीं सकता
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता
♥♥♥♥दाग़ देहलवी♥♥♥♥